लंबे समय तक गूथा आटा न करें इस्‍तेमाल, फ्रि‍ज में रखना भी नहीं है सही

लंबे समय तक गूथा आटा न करें इस्‍तेमाल, फ्रि‍ज में रखना भी नहीं है सही

रोहित पाल

अक्सर शाम को जब घर में खाना बनता है तो कभी-कभी कुछ गुथा हुआ आटा बच जाता है। अमूमन मम्मी, दादी, नानी या घर की अन्य महिलाएं उसे फ्रिज में रख देती हैं और सुबह उसी बचे हुए आटे की रोटी या पराठे बन जाते हैं। लेकिन किसी ने कभी यह नहीं सोचा होगा फ्रिज में रखे हुए उस आटे का सेहत पर क्या असर पड़ता है। वैसे अगर लोगों की बात करें तो अधिकतर लोगों का यही जवाब होगा कि आटा तो आटा होता है ताजा हो या बासी। लेकिन सच तो यह है कि फ्रिज में रखा हुआ बासी आटा सेहत को नुकसान पहुंचता है। इससे बनाई गयी रोटियां या अन्य पकवान आपको पोषण नहीं बल्कि पेट जुडी समस्याएं देती है। जानें कैसे।

पेट संबंधी समस्याएं-

दरअसल गीले आटे में फर्मेंटेशन की प्रक्रिया तुरंत शुरू हो जाती है और आटे में कई प्रकार के बैक्टीरिया जन्म ले लेते हैं। गूथा हुआ आटा भले ही फ्र‍िज में रखा जाए मगर उससे ये प्रक्रिया बंद नहीं होती। ये बैक्‍टीरिया शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं जिससे कई प्रकार की बीमारियों का समाना करना पड़ सकता है। इसके कारण पेट दर्द, कब्ज और पाचन संबंधी समस्याएं आम हो सकती हैं। 

धार्मिक मान्यता-

शस्त्रों में भी बासी आटे की रोटी खाने से मना किया गया है। शास्त्रों के अनुसार बचा हुआ गुथा आटा पिंड के समान माना जाता है और भूत-पिशाच गुथे हुए आटे को पिंड समझकर इसे खाने के लिए घर में आना शुरू कर देते हैं। जिन घरों में अक्सर ऐसा होता है उन घरों में रोग या आलस्य बना रहता है।

अक्सर लोग गुथे हुए आटे को इसलिए भी नहीं फेकते हैं क्योंकि लोग आटे को बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। खाने को बर्बाद न करना अच्छी आदत है लेकिन सेहत का ख्याल रखना भी हमारी प्राथमिकता है। वैसे भी गुथे हुए बासी आटे की रोटियों का स्वाद भी बदल जाता है। इसलिए अब से अगर आटा बचता है और आप उसे बर्बाद नहीं करना चाहते हैं तो उस आटे की रोटियां बनाकर गाय, कुत्ता या अन्य जानवर को खिला दें।

 

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